अब हिंदी फिल्मो में दम नहीं रहा ! बॉलीवुड एक शापित हो चूका है!
जितनी भी फिल्म बना ले बॉलीवुड वाले पर स्क्रिप्ट और कॉन्टेंट पर कोई काम नहीं करना चाहता। अँधा धून फिल्में बनाना तोह कोई बॉलीवुड से सीखें !
आखिर क्या हुआ है बॉलीवुड को? क्यों नहीं बना पा रही अच्छी फिल्में ? बॉलीवुड एक शापित हो चूका है, क्यों की घमंड जो इसमे बसने लगा है , बड़े बड़े एक्टर जो बड़ी बड़ी बात बेहकावे आकर बोल जातें है , उनको लगता है के वह यह नेक काम कर रहे है , पर ऐसा नहीं है , करींना कपूर ने हाल ही में स्टेटमेंट दिया था के “आपको फिल्म देखना है हो तोह देखो हम आपको ज़बरस्ती नहीं करेंगे,” हालां के करीना कपूर किस वजह में यह वाकया बोल गयी पर उसका परिणाम गलत हुआ, आखिर क्या है? जो इन हस्तियों को ऐसा बोलने पर मज़बूर कर देता है. क्या आपन जानते है , नहीं न , तोह चलो हम बतहा देतें हैं।
बॉलीवुड एक गलत फेमि में जी रहा है, उसे लगता है के फैनस बेवक़ूफ़ है , और हम जो बोलेगने और करेंगे उसे जरूर अपनाएंगे , मगर ऐसा नहीं है,
अब ऑडियंस और जनता बहुत ही समझदार और सुलझी है, बॉलीवुड एक्टर फिल्म्स से ज्यादा विज्ञापन पर धयान दे रहे है , उन्हें सिर्फ और सिर्फ विज्ञापन चाइये , कैसे भी विज्ञापन क्यों न हो, छोटा या बड़ा, हाल ही में अक्षय कुमार शारुख और अजय देवगन विमल के अड़ में दिखाइ दिए। और हम अब जानते है विमल कौन और क्यों खा ते है! फिर आप उन्ही कलाकारों को अन्य विघ्यापन में देखेंगे और आप सोचेंगे के एक कलाकार इतने विज्ञापन के बारे में कैसे ईमानदार हो सकते है। क्या आपको लगता है की कलाकारों और कम्पनियों को आइए धोके बाजी करनी चाइये ?
क्या आपको नहीं लगता की कलाकार विघ्यापन की होड़ में लगी है ? और फिल्मो में ध्यान नहीं दे रही है ! किसकी गलती है यह।
कब तक बॉलीवुड ऐसे धोकेबाज़ी करते रहेगा ? जरा सोचो और कमैंट्स लिखो।