राजामौली की फिल्म आरआरआर इतनी दमदार नहीं है , बाहुबली १ और २ बनाने क बाद आप बहुत अपेक्षा करते है के फिल्म बहुत दमदार होगी और आपकी महत्वकांशा दुगनी और तीन गुना भाड़ जाती है , पर जब आप फिल्म देखते है तोह आपको पता चलता है क फिल्म जबरजस्ती बनायीं गयी है , पैसे बनाने क लिए !
जूनियर एनटीआर और राम चरण के साथ मुख्य भूमिकाओं में एक मल्टी-स्टारर को खींचना अपने आप में एक उपलब्धि लग सकती है। लेकिन जब कहानी की बात आती है तो राजामौली कुछ भी करने में कामयाब हो जाते हैं।
इतनी मल्टी स्टार को लेकर और इतने बेहतरीन VFX के साथ बनायीं गयी यह फिल्म में बिलकुल भी दम नहीं है ! साउथ की फिल्मे टेक्निकल और डायरेक्शन के लिए मानी जाती है , इस फिल्म का प्लाट मुझे सीरियसली पता नहीं लग पाया है , में सिनेमा घर में देखने गया था पर में भोत ही निराश हो गया राजा मौली के इस काम को देख कर। आलिया भट क्या कर रही थी इस फिल्म में मुझे बिलकुल भी पता नहीं लग पा रहा है ! कुछ समझ नहीं आ रहा है के स.राजामौली ने ये फिल्म क्यों बनायीं है, जब आपको लोग बहुत पसंद करते है यहाँ फिर जब आप अपने मुकाम पर रहते है तोह आपको लगता है क आप जो बनाएंगे वह लोगो को पसंद आएगा , पर ऐसा नहीं है , कभी कभी आप देखा खा सकतें हो , बहुत सी साउथ की फिल्में उधम मचा रही है इंडिया में , बॉलीवुड तोह जैस थम सा गया है , OTT .प्लेटफार्म भी कुछ ख़ास फिल्में या वेब सीरीज नहीं ला रहे है , अगर आपको फिल्म देखनी है तोह आप देखिए KGF , एक ऐसी फिल्म जो आपके होश उड़ा देगी.
आरआरआर किसी भी तरह से पूर्णता नहीं है क्योंकि जिस तरह से राजामौली कुछ दृश्यों को खींचते हैं, आपको आश्चर्य होता है कि क्या वह दूसरों में बेहतर काम कर सकते थे। लेकिन इस सप्ताह के अंत में इसे देखें यदि आप एक अच्छे एक्शन पैक्ड ड्रामा के लिए तरस रहे हैं। खासकर यदि आप मुख्य जोड़ी के प्रशंसक हैं।
next post